शुक्रवार, 7 नवंबर 2008

आरएसएस: साध्वी प्रज्ञा के समर्थन में

कुछ दिन पूर्व आरएसएस साध्वी प्रज्ञा से पल्ला झाड़ता नजर आ रहा था लेकिन अब खुलकर प्रज्ञा के समर्थन में आ गया है। आरएसएस के संगठन 'देखो और इंतजार करो' के बजाय यूपीए को घेरने में जुट गए हैं और इसके लिए जनमत तैयार करने की रणनीति बनाई जा रही है। इसके तहत साध्वी प्रज्ञा को कानूनी सुविधा मुहैया कराने के साथ ही उनके पक्ष में जन जागरण अभियान चलाने की भी योजना है।

बताया जा रहा है कि आरएसएस के सर संघचालक के.एस. सुदर्शन के नेतृत्व में हुई बैठक में बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह और लालकृष्ण आडवाणी को भी झंडेवाला बुलाया गया था। बैठक के बाद राजनाथ सिंह ने कहा जब तक पर्याप्त सबूत सामने नहीं आते, तब तक साध्वी प्रज्ञा को आतंकवादी मानने का कोई आधार नहीं दिखता। राजनाथ ने कहा कि कांग्रेस हिंदू आतंकवाद के मुद्दे पिछले दिनों देश में हुई आतंकवाद की घटनाओं पर पर्दा डालने के लिए तूल दे रही है। उन्होंने कहा कि जो लोग सांस्कृतिक राष्ट्रवाद में विश्वास करते हैं, वे आतंकवादी हो ही नहीं सकते। राम माधव ने भी कहा कि पूरे प्रकरण से लगता है कि हिंदू संगठनों और सेना को बदनाम करने के लिए साध्वी प्रज्ञा को मोहरा बनाया गया। इस पूरे प्रकरण से हिंदू समाज आहत हुआ। यह पूछने पर कि संघ इस मामले में कोई आंदोलन चलाएगा? माधव ने कहा, जनता इस मामले का उचित समय पर जवाब देगी।

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