यरुशलम, प्रेट्र : इजरायल के लड़ाकू विमानों की गाजा पर बमबारी रविवार को भी जारी रही। वर्ष 1967 के बाद से क्षेत्र में अब तक के इस सबसे बड़े इजरायली हमले में करीब 300 फलस्तीनी मारे गए हैं। इजरायल के रक्षामंत्री एहुद बराक ने संयुक्त राष्ट्र और यूरोपीय संघ की संघर्ष विराम की मांग खारिज कर दी है। इसके साथ ही उन्होंने हमास शासित क्षेत्र में हमले और तेज करने का ऐलान किया है। उधर, अरब देशों ने इस कार्रवाई की तीखी निंदा की है। गाजा के अस्पताल सूत्रों का कहना है कि इजरायल की इस कार्रवाई में अब तक करीब 300 लोग मारे गए हैं और घायलों की संख्या 800 के करीब पहुंच रही है। गाजा सीमा पर इजरायली सैनिकों के सैकड़ों दस्ते और टैंकों के जमावड़े से लगता है कि जल्द ही जमीनी अभियान भी शुरू हो सकता है। सूत्रों ने कहा कि एफ-16 विमानों ने रविवार को शिफा अस्पताल के करीब एक मस्जिद पर बमबारी की, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और मस्जिद ध्वस्त हो गई। इजरायली सेना का कहना है कि इस मस्जिद से ही आतंकी गतिविधियां संचालित होती थीं। इजरायली विमानों ने रविवार को हमास द्वारा इस्तेमाल होने वाले अल अक्सा टीवी स्टेशन समेत 20 लक्ष्यों को निशाना बनाया। इस हमले में टीवी स्टेशन के स्टूडियो की इमारत पूरी तरह ध्वस्त हो गई। इसके बावजूद मोबाइल यूनिट की मदद से यहां से प्रसारण जारी रहा। कैबिनेट की बैठक शुरू होने से पहले इजरायली रक्षा मंत्री ने कहा कि गाजा में हमले और तेज करने का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसा करना बहुत जरूरी है। उधर, इजरायल की इस कार्रवाई की अरब जगत के देश एक सुर से निंदा कर रहे हैं। लेकिन, अमेरिका इजरायल का साथ दे रहा है। अमेरिका का कहना है कि हिंसा के लिए हमास जिम्मेदार है।
सोमवार, 29 दिसंबर 2008
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